सोमवार, 11 जून 2018

शिविरसूचना

मैं पीएचडी हुं , MA हुं, पीजीटी हुं, TGT हुं , पर संस्कृत में धारा प्रवाह नही बोल पाता / पाती हुँ |
काश बोल पाता/पाती तो बात ही कुछ और होती |
कहाँ से सीखूं कौन सिखा सकता है इन सभी समस्याओं का समाधान सारे प्रश्नों का एक ही उत्तर

संस्कृत भारती दिल्ली द्वारा आयोजित संस्कृतशिविरचालक प्रशिक्षण वर्ग एवम् भाषाबोधनवर्ग जो कि 2 जून की सायंकाल से 13 जून की प्रातः काल पर्यन्त होने वाला आवाशीय वर्ग है
एक बार आइये स्थाई समाधान पाइये आप धारा प्रवाह बोलने लगेंगे 10 दिनों में ही  हां यदि आप बुनियाद में लगे हैं तो विद्यालय के बाद आइये सायंकाल तक प्रतिदिन पर आइये जरूर शिविर में

निवेदक
जयदेव वीरः
शिविर स्थान👇👇👇👇👇👇

संस्कृत शिविरस्य सूचना

नमस्कार🙏🏼
संस्कृतभारती संस्कृत के प्रचार हेतु अहर्निश कार्य करती है। संस्कृत‌ में मात्र १० दिन में धाराप्रवाह बोलना सिखाती है । यदि आप भी संस्कृत में धाराप्रवाह बोलना चाहते हैं तो इस शिविर में अवश्य आएं | संस्कृति एवं शास्त्रों से परिचय कराती है। संस्कृत स्वयंसेवकों द्वारा संस्कृत के अध्येताओं हेतु एक तरीके की तपस्या है हमारा दशदिवसीय आवासीय वर्ग। भारत के प्रति प्रान्त में इसका आयोजन कार्यकर्ताओं के परिश्रम एवं समाज के सहयोग से पिछले २५ वर्षों से होता आ रहा है। अधिकतर युवा इन वर्गों में सहभागिता करते हैं। दिल्ली प्रान्त का वर्ग इस वर्ष ३ जून से १२ जून तक जिन्दपुर के श्रीराम विद्यालय में है। आप संस्कृत एवं संस्कृति के उन्नायक एवं सम्पोषक समाजसेवी हैं। यदि आपके बहुमूल्य समय में से कुछ समय मिल पाए तो संघटन के कार्यकर्ता आपके आभारी रहेंगें। इस सन्दर्भ में यदि कोई अन्य सहायता आपके द्वारा की जा सके तो बडी कृपा होगी। 
सधन्यवाद 

जयदेव वीरः
केशवपुरम् , विभागसंयोजक: 
संस्कृतभारती , देहली
२५ दीनदयाल उपाध्याय मार्ग
011-23236711,22
9582040125

नापित:अपि संस्कृतं वदति



नमस्ते जी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻नाई की दुकान पर  प्रोफेसर कमला भारद्वाज जी {श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रिय संस्कृत विद्यापीठ दिल्ली  }  के 
साथ गया उन्होंने रिकॉर्डिंग की मैने नापितों से संस्कृत में परिचय पूछा कृपया देखें एक बार 
क्या हम सब ये कार्य अपने समीप कर सकते हैं और अपने छात्रों को ये कार्य प्रोजेक्ट के रूप में देकर सभी और संस्कृत गङ्गा को प्रवाहित कर सकते हैं  मन में विचार आया तो लिख दिया  वैसे आजकल के बच्चे ये सब कार्य करने के लिए उत्साहित रहते हैं केवल हमारी प्रेरणा मात्र हो    
 अन्यथा उनकी ऊर्जा का प्रयोग जियो के समय में आप समझ सकते हैं किस दिशा में होगा
 अतः यदि हम सभी छात्रों की ऊर्जा काप्रयोग रचनात्मक कार्यों में करवा पाए तो संस्कृत और छात्र दोनों के लिए अच्छा होगा 
 मैने अलग अलग प्रकार की दुकानों पर जाकर संस्कृत में परिचय पूछा  सभी ने बहुत ही अच्छे से बताया उन सबका वीडियो मेरे यूट्यूब पर उपलब्ध है आप देख सकते हैं subscribe कर सकते हैं
निवेदक 

जयदेव वीरः

ट्रक चलाने वाले राशिद अफजल एवम उनके हेल्पर से संस्कृत में बात करते हुए


नमस्ते जी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
मेरा एक प्रयास संस्कृत भाषा को जन भाषा बनाने के लिए  ट्रक चलाने वाले राशिद अफजल एवम उनके हेल्पर से संस्कृत में बात करते हुए देखें आपको लगे कि मुझे भी करना चाहिए तो आप भी करें | शेयर करें सब्सक्राइब करें आपको इस प्रकार भिन्न भिन्न कार्य करने वाले लोगों का परिचय संस्कृत में देखने को मिलेंगे
निवेदक:
जयदेव वीरः
संस्कृत शिक्षक:

मात: चन्दिर एकाकी - संस्कृतगीतम्


देखें चन्दा मामा के विषय में संस्कृत में कितना सुमधुर अभिनयपूर्ण गीत मैने और संस्कृत शिविर  में आये बच्चों ने गाया  बार बार देखने को मन करेगा
औरों को भेजें स्वयं भी कक्षा में गायें ये निवेदन है|
जयदेव वीरः
संस्कृत शिक्षकः
गीत  
मात: चन्दिर एकाकी
कस्मात् गगने सञ्चरति
मातरम् पितरम् गृहम् विहाय
रात्रौ सततम् सञ्चरति
                     वायुः  वेगेन तम् नयति
                    सूर्यः किरणैस्तापयति
                    मेघो जलेन आर्द्रयति
                    न को$पि तम्               परिपालयति।                        
अम्ब !  चन्दिरमानयतु
अस्मत् गेहे स्थापयतु
तेन सहाहम् क्रीडामि
खादामि पिबामि नन्दामि |